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अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन में दिग्गज हुए पीलीभीत रत्न 2024 से सम्मानित-डॉ. रजनीश सक्सेना

बरेली। हिन्दी साहित्य भारती एवं माँ गंगा बचाओ वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में पूर्व वर्षों की भांति अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन-2024 एवं पीलीभीत रत्न सम्मान 2024 समारोह का आयोजन प्रख्यात कवि जीतेश राज ‘नक्श’ के नेतृत्व में एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. रजनीश सक्सेना के संयोजन में किया गया। कवि सम्मेलन की शुरुआत दिल्ली से आई वेद ऋचा माथुर ने माँ शारदे की वंदना से की।


इस आयोजन में देश के प्रख्यात कवियों में जिनमें कोटा राजस्थान के कुँवर जावेद ने कहा कि मचलके खुलके महक फैल गई भारत की ।


धमाल करती धमक फैल गई भारत की ।।
जिसे भी देखो हमारी तरफ ही देखता है ।
कुछ इस तरह से चमक फैल गई भारत की ।।


शाहजहांपुर के उर्मिलेश सौमित्र ने कहा कि वनवास देते हुए पिता के चरण छुए,आंखों में शिकायत का जल नहीं होता है। कैकेई के जैसी माई जब सामने पे आई,
घृणा या विरोध एक पल नहीं होता है। किस पाप का है दंड वनवास यह प्रचंड,प्रश्न पूछ मन भी विकल नहीं होता है।

राम वाले काम सिर्फ कर सकते हैं राम,
राम होना इतना सरल नहीं होता है।

सोरो के मनोज मधुवन ने कहा कि भाव से भाव का जब वरण हो गया,कामना,,,वासना का क्षरण हो गया।दो हृदय जब मिले हो गया एक मन,बस वहीं प्रेम का अवतरण हो गया। दिल्ली से आई वेद ऋचा ने कहा कि मेरी भूमि भरत की जननी मेरा उससे नाता है,गंगा है पहचान हमारी तट अमृत छलकाता है।रंग बिरंगी ओढ़ रही है दुनिया अब अपनी चूनर,जिसकी चूनर केसरिया है मेरी भारत माता है।।


उझानी से टिल्लन वर्मा ने कहा कि राम होना श्रेष्ठ तब , जब भरत से भ्रात हों,दान शोभित है तभी, अनकूल जब हालात हों।


एक तरफा प्यार तब परवान चढ़ता है कि जब,सामने वाले के दिल में भी वही जज़्बात हों। उन्होंने आगे कहा कि बेटी विदा हुई क्या घर से, पापा रिश्तेदार हो गए। बहुओं की नज़रों में शायद अब रद्दी अखबार हो गए।। लखीमपुर से विशेष शर्मा ने कहा कि दीन दुखियों के वंचितों के शोषितों के राम,राम के बनो तो राम दौड़कर आएंगे। राम नाम नाव भवसागर करेगी पार,राम राम राम राम राम राम गाएंगे।। पीलीभीत से जीतेश राज नक्श ने कहा समझकर मैं ये आया था वफादारी ज़रूरी है,तुम्हारे शहर में लेकिन अदाकारी ज़रूरी है , बरेली से आचार्य देवेंद्र देव ने कहा कि हमारे शौर्य को क्या सिरफिरा शैतान देखेगा,कि सारे सिरफिरों को अपना हिंदुस्तान देखेगा। सिकंदराराऊ के शिवम आजाद ने कहा कि मेरे देश की सरहदों का सिपाही, उठा शीश दुश्मन से ये है कह रहा है।तुम्हारे वतन में लहू बह रहा है,हमारे लहू में वतन बह रहा है। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण शाहजहांपुर से उर्मिलेश सौमित्र ने कहा कि गंगा गौ बेटी व पर्यावरण का संरक्षण, कणकण हो के कृतकाम धन्य हो गया
रक्तदान महादान का विधान है जहाँ पे, सच कहता हूँ धरा धाम धन्य हो गया
उत्तरोत्तर प्रगति वाली पाकर के गति, देश रक्षा हेतु दिव्य काम धन्य हो गया
ऐसे सत्य व्रतधारियों की सत्यचेतना को करके हृदय से प्रणाम धन्य हो गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राज्य मंत्री गन्ना एवं चीनी मिल संजय सिंह गंगवार,बरखेड़ा के विधायक प्रवक्तानंद जी, जे.पी.एम ग्रुप के चैयरमेन योगेश कुमार पटेल,कार्यक्रम संयोजक जीतेश राज नक्श, डॉ रजनीश सक्सेना,पूर्व आर एस एस प्रचारक डॉ. डी सी शर्मा ,आचार्य देवेंद्र देव ने माँ सरस्वती जी की प्रतिमा पर भव्य माल्यापर्ण कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात कवि टिल्लन वर्मा ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य मंत्री गन्ना एवं चीनी मिल संजय सिंह गंगवार एवं बरखेड़ा के विधायक प्रवक्ता नंद जी ने आयोजक मंडल के सामाजिक सरोकारों की सराहना करते हुए प्रख्यात कवियों के उदगारो की प्रशंसा करते हुए उन्हें आशीर्वाद स्वरूप हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर कला ऋषि पदम श्री बाबा योगेंद्र जी की जन्म शताब्दी एवं श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को समर्पित आयोजन में देश व प्रदेश के कवियों के साथ गणमान्य पीलीभीत के दिग्गजों को पीलीभीत रत्न सम्मान 2024 / समाज सेवा शिरोमणि सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया जिनमें मुख्य रूप से गणमान्य कवियों के साथ पूर्व आर एस एस प्रचारक डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा,रामजी नाथ सक्सेना,सौरभ सक्सेना,स्वतन्त्र देवल,वेद प्रकाश कश्यप,राजेश गंगवार,डॉ. सरताज हुसैन, अखिलेश शर्मा, करुणानिधि गुप्ता,दलजीत कौर,रवि शर्मा,संजीव मिश्रा,उमेश त्रिगुणायत,अमित श्रीवास्तव,ज़िया उद्दीन ज़िया,डॉ डी के गंगवार,डॉ भगवान दास
डॉ सचिन सक्सेना,हर्षल सिंह,
सौरभ सक्सेना,संजय अग्रवाल
डॉ दीन दयाल शर्मा,शिरीष सक्सेना,अंचल गुप्ता,कृष्ण कुमार शर्मा,सम्यक पाराशरी,केशव अग्रवाल,टी0एच0 खान,
पीनाज,डॉ आस्था अग्रवाल,जगदीश सक्सेना, को पीलीभीत रत्न सम्मान 2024 एवं अमित शर्मा,लक्ष्मी कटियार
क्षितिज सक्सेना,अनिल गंगवार आदि को पीलीभीत गौरव सम्मान 2024 से नवाजते हुए भव्य माल्यापर्ण कर ,दोशाला उड़ा कर,प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बनारस के प्रख्यात हिंदी साहित्य दास कबीरा मंच की ओर से अनिता सिंह एवं आर्यन उपाध्याय की ओर से मुख्य अतिथि एवं समस्त बाहर से आये कवियों ने कार्यक्रम की सरंक्षक माता जी सरस्वती देवी को उनकी आध्यात्मिक उपलब्धियों के लिए आध्यात्म शिरोमणि सम्मान 2024 ,कार्यक्रम के सूत्रधार प्रख्यात कवि जीतेश राज नक्श को उनकी साहित्यक उपलब्धियों के लिए साहित्य सेवा शिरोमणि सम्मान 2024 के साथ कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. रजनीश सक्सेना की राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समाजसेवा की उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें समाज सेवा शिरोमणि सम्मान 2024 से सम्मानित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर कृतिकार आचार्य देवेन्द्र देव जी के महाकाव्य ‘ब्रह्मात्मज’ का विमोचन किया गया । संचालन प्रख्यात कवि उर्मिलेश सौमित्र ने किया। अन्त में आभार प्रकट करते हुए कार्यक्रम संयोजक जीतेश राज नक्श एवं डॉ. रजनीश सक्सेना ने कहा कि संस्था परिवार आगे भी सामाजिक सरोकारों को समर्पित कवि सम्मेलनों का आयोजन वृहद स्तर पर देश व प्रदेश में करती रहेगी। इस अवसर पर पूर्व की भांति मंच के माध्यम से सभी को श्री गँगा गौ बेटी पर्यावरण बचाओ के साथ रक्तदान महादान का संकल्प दिलाया गया। आयोजन में पीलीभीतवासियो का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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